Wordsworth's the prelude, first paragraph explanation in hindi
नमस्कार! दोस्तों इस आर्टिकल में मैं वर्ड्सवर्थ के थे प्रेलुड के बारे में लिखने जा रहा हूं । यह व्याख्या MEG के स्टूडेंट्स के लिए बहुत फायदेमंद होने वाला है । दोस्तों MEG छात्रा छात्राओं के लिए poem को समझना और उसका ट्यूशन लेना भी बहुत मुश्किल हो जाता है । ऐसी स्थिति में मेरी यह व्याख्या उन छात्रा छात्राओं के लिए बहुत मददगार साबित होगी। <script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-2311119752115696" crossorigin="anonymous"></script>
प्रेम चंद रविदास
5/25/20252 min read
Book First
Introduction – Childhood
and School time
Oh, there is blessing in this gentle breeze,
A visitant that while he fans my cheek
Doth seem half-conscious of the joy he brings
From the green fields and from yon azure sky.
Whate’er his mission, the soft breeze can come
To none more grateful than to me, escaped
From the vast city, where I long had pined
A discontented sojourner – now free,
Free as a bird to settle where I will.
What dwelling shall receive me? In what vale
कवि वर्ड्सवर्थ बहुत दिनों से एक बड़े शहर में रहते आ रहे थे और बड़े शहर में रहते हुए वे बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं थे।उनके ऊपर काम का दबाव थे और वे लगातार काम करके थक चुके थे । उसे हमेशा घाटी की याद आती थी जहां पर उनका बचपन बीता है । इसीलिए वे एक दिन शहर छोड़ कर घाटी में चले जाने का फैसला करते है और फिर वे घाटी के लिए निकल पड़ते है । जब वे घाटी की और आगे बढ़ रहे थे तब उनकी मुलाकात सबसे पहले एक कोमल हवा से होती है और जब वह कोमल हवा उसे छूकर गुजरती है तो उसे खुशियां दे जाती है । इसीलिए वर्ड्सवर्थ कहते है कि इस कोमल हवा में आशीर्वाद है । वह उस कोमल हवा को एक आगंतुक या भ्रमणकारी कहते है । वह कहते है कि यह कोमल हवा बहुत दूर से आ रही है और नीले आसमानों से गुजरती हुई आ रही है । वे कहते है कि यह कोमल हवा नीले आसमानों से और हरे मैदानों से ढेर सारी खुशियों को लेकर आ रही है । लेकिन वर्ड्सवर्थ कहते है कि यह कोमल हवा बहुत नादान है । इसे ठीक तरह से पता नहीं है कि यह अपने साथ कितने सारी खुशियों को लेकर आगे बढ़ रही है । वह कहता है कि यह हवा का एक उद्देश्य है और इसका उद्देश्य मेरे पास आना है । वह कहता है कि वह इसी हवा के लिए और इस हवा से मिलने वाली खुशी के लिए शहर में तरसता था। वह कहते है कि अगर कोई आके यह कह दे कि वह जीवन भर इस हवा का आभार व्यक्त करने के लिए तैयार है तो भी यह हवा उसके पास नहीं जा सकती है । वह कहते है कि वह बड़े शहर में बिल्कुल एक असंतुष्ट प्रवासी के रूप में रह रहा था लेकिन अभी वह आजाद है । वह कहता है कि वह एक पंछी की तरह आजाद है और जहां चाहेगा वहां जाकर बस जाएगा ।
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Shall be my harbour? Underneath what grove
Shall I take up my home? And what clear stream
Shall with its murmur lull me into rest?
The earth is all before me. With a heart
Joyous, nor scared at its own liberty,
I look about – and should the chosen guide
Be nothing better than a wandering cloud,
I cannot miss my way.* I breathe again!
Trances of thought and mountings of the mind
Come fast upon me: it is shaken off,
वह घाटी की और आगे बढ़ रहा है । वह कुछ दूरी पर जाता है । फिर उसके मन में विचार उत्पन होने लगते है । उसके मन में तरह तरह के प्रश्न उठ रहे है । वह कहता है कि किस प्रकार का निवेश उसे स्वीकार करेगा ? वह कहता है किस घाटी में उसका आश्रम या झोपडी होगा? वह कहता है किस उपवन के नीचे वह घर बनाएगा ? और फिर कहता है कि जहां पे वह घर बनाएगा उसे बगल से कौन सी स्वच्छ जल धारा बहेगी जो कल कल की आवाज से उसे आराम प्रदान करेगी और वह उसे सुनकर सो जाएगा । वह कहता है कि संपूर्ण पृथ्वी तो उसके सामने है वह जहां चाहेगा वहीं जाकर बस जाएगा । फिर वह आगे बढ़ने लगता है और कुछ दूरी पर जाकर रुक जाता है । वह कहता है उसका हृदय हर्षित है । अर्थात वह खुश है। वह कहता है कि उसका हृदय अपनी आजादी से बिल्कुल भी डरा हुआ नहीं है और इसी अवस्था में वो चारों ओर देखता है । उसे मार्गदर्शक की तलाश है । उसकी नजर भटकती हुई बदल पर पड़ता है । फिर वह कहता है कि यह भटकती हुई बदल ही उसका मार्गदर्शक है। उसे पूरा विश्वास है कि अगर वह भटकती हुई बदल का अनुसरण करता है तो कभी भी अपनी मार्ग से भटक नहीं सकता । इसीलिए वह लंबी सांस लेता है। फिर आगे बढ़ता है।
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That burthen of my own unnatural self,
The heavy weight of many a weary day
Not mine, and such as were not made for me.
Long months of peace (if such bold word
इस पंक्ति में वर्ड्सवर्थ कहना चाहते है कि उसे गहरी चिंता सता रही है । वे कहते है कि उसके मन में चिंताएं चरम सीमा पर है । वे अपने इस चिंता का कारण बताना चाहते है । वे कहते है कि वे लंबे समय तक शहर में रहे है और लगातार काम करके थक चुके थे । उसके मन में थकान का बोझ था और उसी थकान के बोझ की वजह से उसे गहरी चिंता सता रही है । वे यह भी स्पष्ट कर देना चाहते है कि शहर में जो काम होने किया था ये काम उसके नहीं थे । वे काम उसके लिए नहीं बना था । वे कहते है कि भगवान ने उसके लिए कुछ और ही सोच रखा है।
Long months of ease and undisturbed delight
Are mine in prospect; whither shall I turn,
By road or pathway, or through trackless field,
Up hill or down, or shall some floating thing
Upon the river point me out my course?
इस पंक्ति में वे कहना चाहते है कि शांति ओ लंबे महीने , आराम के लंबे महीने और अबाधित खुशी के लंबे महीने भविष्य में मेरे होने वाले है । अर्थात वे कहना चाहते हैं कि आने वाले कुछ महीने तक वे बिल्कुल आराम करेंगे , आने वाले कुछ महीने में वे शांति का अनुभव करेंगे और आने वाले कुछ महीने में वे ऐसे खुशी का अनुभव करेंगे जो कि जिसमें कोई बाधा न हो। वे फिर आगे बढ़ने लगते है । कुछ दूरी पर जाकर बिल्कुल असमंजस की स्थिति में पड़ जाते है । उसके पास ढेर सारा विकल्प मौजूद है । वे कहते है उसके सामने एक रास्ता है ,उसके सामने एक पगडंडी है, उसके सामने एक खुला मैदान है , उसके सामने एक ऊंचा पहाड़ है , वे कहते हुआ कि वे खुद एक पहाड़ के ऊपर आ चुके है। वे निर्णय नहीं ले पाते है कि उसे किधर से जाना चाहिए । वे कहते है कि क्या कोई नदी में कोई तैरती हुई चीज उसे रास्ता दिखाएगी ? वे फिर कहते है कि निश्चित रूप से नदी में तैरती हुई चीज ही उसे रास्ता दिखाएगी । फिर वे नदी में तैरती हुई चीज के इशारे को समझते हुए विकल्प का चुनाव करते है और आगे बढ़ते है ।
Dear Liberty! Yet what would it avail
But for a gift that consecrates the joy?
कुछ दूरी पर जाते है फिर उनके मन में एक विचार उत्पन होने लगता है ।वह खेता है कि वह बड़े शहर से आजाद तो हो चुका है लेकिन उसे इस आजादी से क्या मिलेगा? वह कहता है कि क्या उसे ऐसी पुरस्कार मिलेगा जो उसके खुशी को पवित्र कर दे । फिर वह कहता है कि निश्चित रूप से उसे ऐसी पुरस्कार मिलेगा जो उसके खुशियों को पवित्र कर देगा । फिर वह आगे बढ़ने लगता है ।
For I, methought, while the sweet breath of heaven
Was blowing on my body, felt within
A correspondent breeze, that gently moved
With quickening virtue, but is now become
A tempest, a redundant energy,
Vexing its own creation.
कुछ दूरी पे जाता है । उसे एक हवा छुटी हुई गहराती है । वह हवा फिर उसे मदहोश कर देती है । उसे ऐसा लगता है जैसे मानों स्वर्ग की मीठी सांसे उसे छूकर गुजरी हो। वह इन मीठी सांसों को अपने मन के अंदर भी महसूस करता है । वह कहता है कि पहले तो यह हवा तेजोमय सतगुण के साथ धीरे धीरे बह रही थी लेकिन देखते ही देखते यह हवा बिल्कुल एक तूफान में बदल जाता है । वह कहता है कि यह तूफान अपने ही निर्माण को परेशान करने वाली एक अनावश्यक ऊर्जा है। वह तूफान का सामने करते है और फिर आगे बढ़ते है ।
Thanks to both,
And their congenial powers, that, while they join
In breaking up a long-continued frost,
Bring with them vernal promises, the hope
Of active days urged on by flying hours,—
Days of sweet leisure, taxed with patient thought
Abstruse, nor wanting punctual service high,
Matins and vespers of harmonious verse!
इस पंक्ति में वर्ड्सवर्थ दोनों तूफान को धन्यवाद देना चाहते है । वे दोनों तूफान के सम्मिलित प्रभाव से उत्पन शक्ति को धन्यवाद देना चाहते है । वे कहते है दोनों के सम्मिलित प्रभाव ने लंबे समय से जारी ठंड को तोड़ दिया । अर्थात वे कहना चाहते हुआ कि लंबे समय से जारी थकान के बोझ को दोनों हवा के सम्मिलित प्रभाव ने तोड़ दिया । एक तूफान उसके मन के बाहर था और दूसरा उसके मन में उठ रहा था। वे कहते है कि उसका मन से ठंड समाप्त हो चुका है और बसंत ऋतु का आगमन होने वाला है । वह कहता है कि दोनों ही तूफानों ने उससे कई वादे किए है । वे कहते है कि पहला वादा तो उन्होंने ये किया कि अब उसके मन में बसंत ऋतु का आगमन होने वाला है । फिर दूसरा वादा यह किया था कि उसके जीवन में अब सक्रिय दिन आने वाले है जो उड़ती हुई घंटों से भरे हुए होंगे । अर्थात वे कहना चाहते है कि आने वाले दिनों में वे इतने सक्रिय हो जाएंगे कि उसका समय कैसे बीत जाएगा उसे बिल्कुल पता भी नहीं चलेगा । फिर वे कहते है कि दोनों तूफ़ानों ने तीसरा वादा ये किया था कि उसे एक मधुर अवकाश के दिन मिलने वाले है । अर्थात वे कहना चाहते है कि वे एक लंबी छुट्टी पे जाने वाला है । वह कहता है कि वह अब एक ऐसी छुट्टी पे जाने वाला है जो स्पष्ट रूप से धैर्यपूर्ण विचारों से भरे हुए होंगे। वह कहता है कि अब वह एक ऐसी छुट्टी पे जाने वाला है जहां समय की कोई पाबंदी नहीं होगी । वह कहता है कि बड़े शहर में तो matins aur vespers के लिए समय की पाबंदी थी ।लेकिन वह जिस छुट्टी में जाने वाला है वह इन सब के लिए समय की कोई पाबंदी नहीं रहेगी । Matins का मतलब सुबह का प्राथना गीत तथा vespers का मतलब शाम का प्रार्थना गीत से है। वर्डस्वर्ट matins aur vespers को एक सामंजस्यपूर्ण कविता बताते है ।
Thus far, Friend! did I, not used to make
A present joy the matter of a song,
Pour forth that day my soul in measured strains
That would not be forgotten, and are here
Recorded: to the open fields I told
A prophecy: poetic numbers came
Spontaneously to clothe in priestly robe
A renovated spirit singled out,
Such hope was mine, for holy services.
My own voice cheered me, and, far more, the mind's
Internal echo of the imperfect sound;
To both I listened, drawing from them both
A cheerful confidence in things to come.
इस पंक्ति में वर्ड्सवर्थ एक खुले मैदान में पहुंच चुके है और एक गीत गुनगुनाने लगे है । वे कहते है कि पहले तो कभी उन्होंने वर्तमान खुशी को गीत का विषय नहीं बनाया था लेकिन अब उसे वर्तमान खुशी को गीत का विषय बनाने का मन कर रहा है । वह कहता है कि उस दिन उन्होंने अपने आत्मा को एक मापी हुई ध्वनियां(measured strains)में डूबो दिया था । अर्थात measured strains से उनका तात्पर्य कविता के हर पंक्ति की छंद (ध्वनियों की संख्या ) से है । अर्थात वे एक गीत गुनगुने लगे है । वे कहते है कि वे खुले मैदान में एक भविष्यवाणी करने लगे है और ये भविष्यवाणी खुले मैदान में दर्ज होने लगी है । वे कहते है कि वह एक पैगम्बर (prophet) की तरह भविष्यवाणी करने लगे है । जब ईश्वर का आदेश होता है तो कोई पैगम्बर बनता है और उसका काम होता है लोगो को शिक्षित करना । फिर वह कहता है कि उसके जुबान से काव्यात्मक संख्याएं (poetic number ) स्वाभाविक रूप से निकलने लगी है । काव्यात्मक संख्या से उनका अभिप्राय छंद से है। वे कहते है कि काव्यात्मक संख्याएं उसके मन में स्वत ही आने लगे उसने कभी उसे सिखा नहीं था। वे कहते है कि जब काव्यात्मक संख्याएं या शब्द उनके जुबान से निकल रहे थे तो वे एक पुजारी के जुबान से निकले हुए पवित्र शब्द के तरह प्रतीत हो रहे थे । वे कहते है कि उसके आत्मा का नवीनीकरण हुआ है । वे कहते है कि ऐसा इसलिए हुआ है ताकि वे पवित्र सेवाओं में योगदान दे सके । वे कहते है कि उसे कविता लिखने की अनुप्रणा प्राप्त हुई है और वे कविता के माध्यम से लोगों को शिक्षा या संदेश देंगे। फिर वे कहते है कि उसे उम्मीद था कि उसके साथ ऐसा होने वाला है । वह कहता है कि वह जब बड़े शहर में था तो बहुत परेशान था और उसे लग रहा था कि कुछ अच्छा होने वाला है । वह कहता है कि उसके जुबान से निकले हुए अपने ही शब्द उसे खुशी दे रहे थे। उसने कहां की उन्होंने अपने मन के आंतरिक अपूर्ण ध्वनि को सुन और उसे बहुत खुशी मिली । वह कहता है कि उसने अपने मन के अपूर्ण ध्वनि की आंतरिक प्रतिध्वनि को सुना और उससे भी उसे बहुत खुशी मिली । फिर वह कहता है कि उसे एक हर्षित आत्मविश्वास प्राप्त हो रहा है । फिर वह कहता है कि हर चीजों में उसे हर्षित आत्मविश्वास पाना अभी बाकी है ।
दोस्तों यही पर वे अपने पहला पैराग्राफ को विराम देते है और अभी वे घाटी तक पहुंचे नहीं है । हम दूसरे पैराग्राफ में जाएंगे कि वे घाटी तक पहुंच पाते है कि नहीं । हम दूसरे पैराग्राफ में चर्चा करेंगे कि वे अपने आश्रम तक या अपने झोपडी तक पहुंच पाते है कि नहीं ।
