William Wordsworth, the prelude seventh paragraph explanation in hindi
नमस्कार दोस्तों! इस लेख में आप सबका स्वागत है । आज इस लेख में मैं william wordsworth के द्वारा लिखी गई the prelude के सातवीं अनुच्छेद की व्याख्या हिंदी में लिखने जा रहा हूं । उम्मीद है कि आपको पसंद आएगी । दोस्तों wordsworth अभी परिपक्व अवस्था में है और बचपन के दिनों को याद करके लिख रहे है । यह एक आत्मकथात्मक कविता है और wordsworth अपने जीवन के बारे में लिख रहे है । बचपन के यादें उसके मन में कुछ इस तरह से बसे हुए है कि वे कभी भुला नहीं पाते है और उन्हीं यादों को वे इस कविता में लिख रहे है । तो चलिए इसे विस्तार से समझने की कोशिश करते है ।
प्रेम चंद रविदास
7/26/20251 min read

Fair seed-time had my soul, and I grew up
Fostered alike by beauty and by fear:
Much favoured in my birth-place, and no less
In that beloved Vale to which erelong
We were transplanted—there were we let loose
For sports of wider range
इस अनुच्छेद के शुरुआत में हि wordsworth कहते हैं कि उसके आत्मा में बीज बोने का सही समय था अर्थात वे कहना चाहते हैं कि आत्मा रूपी खेत में शिक्षा रूपी बीज बोने का सही समय था और तब उसे घाटी में खेलने के लिए स्वतंत्र रूप से छोड़ दिया जाता था । फिर वे कहते है कि सुंदरता के द्वारा और डर के द्वारा सामान रूप से उसका पालन पोषण हुआ था और इस तरह से वह बड़ा हुआ अर्थात वे कहना चाहते है कि घाटी के सुंदरता और डर के परिवेश में उसका पालन पोषण हुआ । आगे फिर वे बताते है कि घाटी में उस समय लोगों का मानना था कि सुंदरता और डर बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकाश के लिए बहुत जरुरी होता है और घाटी में सुंदरता और डर की कोई कमी नहीं थी । फिर वे आगे कहते है कि घाटी में उन्हें स्वतंत्र रूप से खेलने कूदने के लिए छोड़ दिया जाता था ।
Ere I had told
Ten birth-days, when among the mountain slopes
Frost, and the breath of frosty wind, had snapped
The last autumnal crocus, 'twas my joy
With store of springes o'er my shoulder hung
To range the open heights where woodcocks run
Along the smooth green turf
वे किसी को संबोधित करते हुए कह रहे है कि पहले ही मैने तुम्हे दस जन्म दिवस के बारे में बताया था कि दस बार मेरे जन्म दिवस के मौके पर ऐसे अवसर आए थे कि पर्वतीय ढाल पर बर्फबारी होती थी और बर्फीली हवाओं के आंधी से क्रॉस नमक पौधे के जड़े बाहर निकल आते थे । क्रॉस पौधे शरद ऋतु में निकलते थे । फिर वे आगे कहते है कि वह दिन उसके लिए बहुत खुशी दिन होता था और वे कंधे पर फंदों का भंडार लिए पहाड़ों के खुली ऊंचाई पर पहुंच जाता था जहां चिकनी हरी घास का मैदान था । उस चिकनी हरी घास के मैदान में जंगली पक्षी रहते थे । वह जंगली पक्षियों का शिकार करने के लिए फंदों का जाल बिछता था ।
Through half the night,
Scudding away from snare to snare, I plied
That anxious visitation;—moon and stars
Were shining o'er my head
फिर वे आगे बताते है कि आधी रात को जब उसकी नींद खुलती थी तो उसे यह जानने की उत्सुकता होती थी कि उसके फंदे की जाल में कोई पक्छी फंसा है कि नहीं और वे आधी रात को अकेले ही पहाड़ की खुली ऊंचाई पर पहुंच जाते थे । एक फंदे से दूसरे फंदे तक छलांग लगाते हुए वह अपनी चिंतित भ्रमण को जारी रखते थे । अर्थात उसे चिंता हो रही थी फिर भी वह आधी रात को अपना भ्रमण उस मैदान में जारी रखते थे। वे कहते है कि उस समय उसके माथे पर चांद तारे चमकते थे अर्थात चांदनी रात होती थी ।
I was alone,
And seemed to be a trouble to the peace
That dwelt among them
फिर आगे वे बताते है कि वह अकेले थे और उन्हें ये आभास होता है कि जंगली पक्षियों के बीच में जो शांति थी वह कहीं न कहीं भंग हुआ है अर्थात कोई पक्छी फंदे की जाल में फंसा है ।
Sometimes it befel
In these night wanderings, that a strong desire
O'erpowered my better reason, and the bird
Which was the captive of another's toil
Became my prey;
फिर वे कहते है कि कभी कभी ऐसा होता था कि जब वे रात के अंधेरे में उस ऊंचाई पर घूमने निकलता था तो एक तीव्र इच्छा उसे उसको अपने लक्ष्य से भटका देता था और दूसरे के जाल में फंसा हुआ पक्षी उसका शिकार बन जाता था । अर्थात वे कहना चाहते है कि जब वह रात को घूमने निकलता था सिर्फ यह देखने के लिए कि उसके फंदे की जाल में कोई पक्षी फंसा है कि नहीं तो अक्सर ऐसा होता था कि दूसरे के बिछाए हुए जाल में फंसा हुआ पक्षी उसे सुनाई देता था और दूसरे के जाल में फंसा पक्षी उसका शिकार बन जाता था और उस दिन भी ऐसा ही हुआ ।
and when the deed was done
I heard among the solitary hills
Low breathings coming after me, and sounds
Of undistinguishable motion, steps
Almost as silent as the turf they trod.
फिर वे कहते हैं कि जब काम पूरा हो जाता था अर्थात जब पक्षी पूरी तरह से जाल में फंस जाता था तब वह एकांत पहाड़ों के बीच धीमी सांसों को उसके पीछे से आते हुए सुनता था । और साथ साथ वे उन ध्वनियों को भी सुनता था जो अन्य पक्षियों के उस मैदान पर कदम रखने से उत्पन होते थे ।अर्थात वे कहना चाहते है कि जब एक पक्षी जाल में फंस जाता था तब अन्य पक्षी बड़े सावधानी से उस मैदान में कदम रखा करते थे और उन कदमों के आवाज को भी पृथक नहीं किया जा सकता था । Wordsworth यहां पर और एक बात स्पष्ट कर देना चाहते है कि जितना खामोश वह चिकना हर घास के मैदान था उतना ही खामोशी से अन्य जंगली पक्षी उस हरे घास पर कदम रखा करते थे ।
