William Wordsworth The Prelude fourth paragraph explanation in Hindi

दोस्तों! अगर आपको डर सताता हैं और आपको ऐसा लगता है कि यह डर एक पोषक की तरह सर से पाव तक आपके शरीर को ढाका हुआ है । अपने डर से आप इतने परेशान है कि आप कुछ कर नहीं पा रहे है जब कभी आप कुछ करना चाहते है यह डर आपके लिए अड़चन पैदा करती है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्यों कि महान कवि वर्ड्सवर्थ के साथ भी ऐसा होता था । आइए जानते है कि वर्ड्सवर्थ को डर क्यों लगता था। <script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-2311119752115696" crossorigin="anonymous"></script>

प्रेम चंद रविदास

6/27/20253 min read

When, as becomes a man who would prepare

For such an arduous work, I through myself

Make rigorous inquisition, the report

Is often cheering; for I neither seem

To lack that first great gift, the vital soul,

Nor general Truths, which are themselves a sort

Of Elements and Agents, Under-powers,

Subordinate helpers of the living mind:

Nor am I naked of external things,

Forms, images, nor numerous other aids

Of less regard, though won perhaps with toil

And needful to build up a Poet's praise.

इन पंक्तियों में वर्ड्सवर्थ कहना चाहते है कि कविता लिखना एक कठिन काम है और अब वे एक ऐसी इंसान बन गए है जो कविता लिखने की तैयारी करेंगे और इसीलिए वो गहरी चिंताओं में डूब जाते है । वे अपने मन के गहराई में झांकते हुआ और देखना चाहते है कि उसके अंदर वे सारी चीजें है कि नहीं जो एक कवि में होते है । वे गहराई से जांचते है और कहते है कि उसके अंदर वे सारी बातें है जो एक कवि के अंदर होते है । वे कहते है कि उसके अंदर भगवान का दिया हुआ सबसे बड़ा उपहार महत्वपूर्ण आत्मा उसके अंदर है । फिर वह कहते है कि उसके अंदर सामान्य सच्चाई है । सामान्य सच्चाई को परिभाषित करते हुए कहते है कि सामान्य सच्चाई एक तत्व , कर्ता , शक्ति और जीवित मन के सहायक के रूप में मौजूद होते है । फिर वह कहते है कि उसमें बाहरी चीजें जैसे रूप , प्रतिरूप की भी कमी नहीं है । फिर वह कहता है कि कम महत्व वाली अन्य सहायक भी उसके अंदर मौजूद है जिसको उन्होंने कठोर परिश्रम से हासिल किया है । और एक कवि के प्रशंसा कं निर्माण के लिए आवश्यक होता है ।

Time, place, and manners do I seek, and these

Are found in plenteous store, but nowhere such

As may be singled out with steady choice;

इन पंक्तियों में वर्ड्सवर्थ कहते है कि उसे लिखने के लिए समय , जगह और चरित्र की तलाश हैं जिसकी इस दुनिया में कमी नहीं है । वे कहते है कि समय जगह और चरित्र बिपुल परिमाण में पाए जाते हैं और जहां पाए जाते है एक साथ पाए जाते है ।

No little band of yet remembered names

Whom I, in perfect confidence, might hope

To summon back from lonesome banishment,

And make them dwellers in the hearts of men

Now living, or to live in future years.

इन पंक्तियों में वर्ड्सवर्थ कहते है कि कुछ नाम अभी भी याद किए जाते है लेकिन उनका हाथ छोटा है । अर्थात वे कहना चाहते है कि चंद लोगों के हृदय में ही वे नाम बसते है । वर्ड्सवर्थ इन नामों को सभी के दिलों में जगह देना चाहते है और इसीलिए वे उन नामों के बारे में लिखना चाहते है जिससे वे भविष्य में भी सभी के दिलों में राज कर सके । लेकिन इसके बारे में वर्ड्सवर्थ नहीबलिख पाते है उसे पूरा नहीं कर पाते है

Sometimes the ambitious Power of choice, mistaking

Proud spring-tide swellings for a regular sea,

Will settle on some British theme

वे कहते है कि कुछ लेखक महत्वाकांक्षी तो होते है लेकिन वह गलत विकल्प का चुनाव करते है । अर्थात वे सही थीम या विषय वस्तु का चुनाव नहीं कर पाते है । वे नियमित समुद्र में आने वाली गौरवमय बसंत ज्वार सूजन की तरह विषय को भी गलत समझते है और किसी चुनिंदे ब्रिटिश थीम तक ही सीमित हो जाते है । वर्ड्सवर्थ इन लेखकों के बारे में लिखना शुरू करते है लेकिन उसे भी पूरा नहीं कर पाते है ।

some old

Romantic tale by Milton left unsung;

Wordsworth कहते है कि मिल्टन के द्वारा लिखी गई कुछ कहानी ऐसे है जो प्रेम प्रसंग युक्त तो है लेकिन पुराने हो चुके है और लोगों के बीच अनसुनी और अनकही रह गई है । वे लोगों को इसके महत्व को बताना चाहते है और इसीलिए इनके बारे में लिखना शुरू करते है लेकिन पूरा नहीं कर पाते है ।

More often turning to some gentle place

Within the groves of Chivalry, I pipe

To shepherd swains, or seated harp in hand,

Amid reposing knights by a river side

Or fountain, listen to the grave reports

Of dire enchantments faced and overcome

By the strong mind, and tales of warlike feats,

Where spear encountered spear, and sword with sword

Fought, as if conscious of the blazonry

That the shield bore,

Wordsworth कहते है कि वे वीरता के उपवन के भीतर एक ऐसी विनम्र जगह पर चले जाते है जहां नदी या फब्बारे के किनारे वीर जवान विश्राम कर रहे होते है और चौराहे भी मौजूद होते है । वे चौराहों को बांसुरी प्रदान करते है और खुद हाथों में वीणा लिए बैठ जाते है । वे वीर जवानों से कब्र की कहानी को सुनते है । वे भयंकर मोहिनी से भरी कब्र की ऐसी कहानी को सुनता है जिसमें एक मजबूत हृदय वाली इंसान ने भयंकर मोहिनी का सामना किया और उसपर विजय प्राप्त किया । फिर वे कहते है कि वे युद्ध जैसी कारनामों से भरी हुई ऐसी कहानियों को सुनता है जिसमें एक भाले ने भाले का सामना किया और एक तलवार ने एक दूसरे तलवार का कुछ इस तरह से सामना किया जैसे मानों वह रक्षा कवच के चमक धमक के प्रति भली भांति परिचित थे। वे कहानी सुनते हैनर कहते है कि कितना शानदार संघर्ष था। वे इन कहानियों को सुनते है और इसके बारे में लिखने की कोशिश करते है लेकिन इसे भी पूरा नहीं कर पाते है ।

so glorious was the strife;

Whence inspiration for a song that winds

Through ever changing scenes of votive quest

Wrongs to redress, harmonious tribute paid

To patient courage and unblemished truth,

To firm devotion, zeal unquenchable,

And Christian meekness hallowing faithful loves.

वर्ड्सवर्थ वीर जवानों को ध्यान में रखते हुए कहता हैं कि गलती सुधारने की लिए जब कोई मन्नत मांगा जाता हैं और उस मन्नत का दृश्य हमेशा बदलता रहता है तो उसे गीत की प्रेरणा प्राप्त होती है । और जब उसे गीत की प्रेरणा प्राप्त होती है तो वह कहता हांकी सामंजस्यपूर्ण श्रद्धांजलि उन लोगों को दिया जाता है जिसके अंदर धैर्यपूर्ण साहस हो , जिसमें निष्कलंक सच्चाई हो ,जिसमें दृढ़ समर्पण की भावना हो , जिसमें अतृप्त उत्साह हो और जिसमें सच्चा प्रेम को पवित्र करने वाली ईसाई विनम्रता हो । वर्ड्सवर्थ ऐसे लोगों के बारे में लिखना शुरू करते है लेकिन उसे भी पूरा नहीं कर पाते ।

Sometimes, more sternly moved, I would relate

How vanquished Mithridates northward passed,

And, hidden in the cloud of years, became

Odin, the Father of a race by whom

Perished the Roman Empire:

Wordsworth कहते है कि वे मिथ्रिडेट्स के बारे में लिखेंगे ।वे कहते हैं कि मिथ्रिडेट्स पराजित हो चुके हैं और भागकर उत्तर की ओर चले गए है । बहुत दिनों तक वे बदलो में छिपे रहे और वहां के जाती को एकत्रित किया । उसने वहां के जाती को प्रशिक्षित किया और उनका नेता बन गया। इस तरह से वह एक दिन रोमन साम्राज्य का पतन का कारण बना। वर्ड्सवर्थ ने मिथ्रिडेट्स के बारे में लिखना शुरू किया था लेकिन उसे पूरा नहीं कर सके ।

how the friends

And followers of Sertorius, out of Spain

Flying, found shelter in the Fortunate Isles,

And left their usages, their arts and laws,

To disappear by a slow gradual death,

To dwindle and to perish one by one,

Starved in those narrow bounds: but not the soul

Of Liberty, which fifteen hundred years

Survived, and, when the European came

With skill and power that might not be withstood,

Did, like a pestilence, maintain its hold

And wasted down by glorious death that race

Of natural heroes

Wordsworth साइटोरियस के मित्रों और अनुयायियों के बारे में लिखना शुरू करते है । वे कहते है कि सीटोरियस के फ्रेंड्स और फॉलोवर्स को मजबूरन स्पेन से भागकर एक भाग्यशाली द्वीप में शरण लेना पड़ा था । कहा जाता है कि उन्होंने अपने कला , नियम और उपयोगों को उस द्वीप में धीरे धीरे समाप्त होने के लिए छोड़ दिया था । वे आगे बताते है कि सीटोरियस के फ्रेंड्स और फॉलोवर्स को उस द्वीप में भूखा रहना पड़ता था लेकिन उनके आजादी के आत्मा कभी भूखे नहीं रहे । उनके आजादी के आत्मा 1500 साल तक जीवित रहा और जब यूरोपियन शक्ति और कुशलता के साथ महामारी कि तरह स्पेन पर कब्जा बनाया तो उनके पतन का कारण बने । वर्ड्सवर्थ उनके बारे में लिख रहे थे लेकिन उसे पूरा नहींकर पाते हैं।

or I would record

How, in tyrannic times, some high-souled man,

Unnamed among the chronicles of kings,

Suffered in silence for Truth's sake:

Wirdsworth कुछ महान आत्माओं के बारे में लिखना शुरू किया जिन्होंने बुरे समय में सच्चाई के लिए बहुत कुछ सहा लेकिन राजाओं के इतिहास के बीच में उनका नाम कहीं भी दर्ज नहीं हुआ । उन्होंने लिखना शुरू किया था लेकिन उसे पूरा नहींकर पाए।

or tell,

How that one Frenchman,(1) through continued force

Of meditation on the inhuman deeds

Of those who conquered first the Indian Isles,

Went single in his ministry across

The Ocean; not to comfort the oppressed,

But, like a thirsty wind, to roam about

Withering the Oppressor:

Wordsworth एक ऐसे फ्रेंचमैन के बारे में लिखना शुरू किया जिन्होंने अमानवीय कृत्य पर ध्यान केंद्रित किया था और अकेले ही समुद्र के उस पार एक प्यासी तूफान की तरह अत्याचारियों को कुचलने के लिया गया था। वे कहते है कि ये वही अत्याचारी थे जिन्होंने सबसे पहले भारतीय द्वीप पर कब्जा किया था । Wordsworth ने उनके बारे में लिखना शुरू तो किया था लेकिन उसे पूरा नहीं कर सके ।

how Gustavus sought

Help at his need in Dalecarlia's mines:

Wordsworth, गुस्तावुस के बारे में लिखना शुरू करते है । वे बताते है कि कैसे गुस्तावुस डेलिकेरलियस के खान में बुरी तरह से फंस चुके थे और जिस सूझ बूझ या तरकीब से उन्होंने मदद मांगा था उससे wordsworth प्रभावित थे । Wordworth इस थीम को भी पूरा नहीं कर पाए ।

How Wallace fought for Scotland; left the name

Of Wallace to be found, like a wild flower,

All over his dear Country; left the deeds

Of Wallace, like a family of Ghosts,

To people the steep rocks and river banks,

Her natural sanctuaries, with a local soul

Of independence and stern liberty.

Wordsworth ने इसके बाद वालेस के बारे में लिखना शुरू किया जिन्होंने स्कॉटलैंड की आजादी की लड़ाई लड़ी थी । वे कहते हैं कि वालेस का नाम एक जंगली पुष्प की तरह उसके देश में कहीं खो गया था और किसी ने भी उसका नाम दर्ज नहीं किया । वे कहते है कि वालेस की कर्म भूतों के एक परिवार की तरह किस खड़ी चट्टानों या नदी के किनारों में खो गया था । वालेस एक आजादी का आत्मा था और उसके नाम और उसके कर्म कही पर दर्ज नहीं हुए थे । वर्ड्सवर्थ इस विषय को भी पूरा नहीं कर पाते हैं।

Sometimes it suits me better to invent

A tale from my own heart, more near akin

To my own passions and habitual thoughts;

Some variegated story, in the main

Lofty, but the unsubstantial structure melts

Before the very sun that brightens it,

Mist into air dissolving

Wirdsworth अपने मन के गहराई से कहानी का आविष्कार करना चाहते है । वे कहते है कि वह अपने मन की गहराई में डूब कर जहां उनके जुनून और आदतन विचार रहते है वहां से कहानियों को ढूंढ निकलने की कोशिश करते है । वे कहते है कि उसके मन के अधिकतम ऊंचाई पर भी विभिन्न प्रकार के कहानी हैं लेकिन उसको ला पाना मुश्किल है क्योंकि वे कहानी गायब होने वाले है । जिस प्रकार अधिकतम ऊंचाई पर कोई संरचना सूर्य की गर्मी से पिघल जाता है या धुंध हवा में मिल जाता है ठीक उसी प्रकार अधिकतम ऊंचाई की उसकी मन की कहानी भी गायब होने वाले है । Wordsworth इस कहानी को भी पूरा नहीं कर पाते ।

Then a wish,

My best and favourite aspiration, mounts

With yearning toward some philosophic song

Of Truth that cherishes our daily life;

Wordsworth एक गीत लिखना शुरू करते है । वे कहते हैं कि अब उनकी अंतिम इच्छा है जो तड़प के साथ मन में ऊपर उठ रहा है और यह इच्छा एक सच्चा दार्शनिक गीत की ओर आगे बढ़ रहा है । वह एक ऐसा सच्चा और दार्शनिक गीत को लिखना चाहता हैं जो हमारे दैनिक जीवन को संजोता है लेकिन उसे भी पूरा नहीं कर पाते है ।

With meditations passionate from deep

Recesses in man's heart, immortal verse

Thoughtfully fitted to the Orphean lyre;

But from this awful burthen I full soon

Take refuge and beguile myself with trust

That mellower years will bring a riper mind

And clearer insight.

Wordsworth मन की गहराई में गोता लगाकर एक ऐसी अमर कविता को ढूंढ निकलना चाहता है जो एकमात्र वीणा के दृष्टिकोण से उपयुक्त हो । वह उमड़ती हुई भावनाओं के बीच ध्यान में लीन हो जाता है लेकिन इस बार भी अमर कविता का आविष्कार नहीं कर पाता । उसे अब लिखना एक बोझ लगने लगा है । वह अब इस काम से छुटकारा पाना चाहता है । वह कहता है कि अब वह अपने मन को झूठी दिलासा देगा कि आने वाली कुछ महीनों में उसका मन परिपक्व और अंत दृष्टि स्पष्ट हो जाएगा तब वह कविता लिख पाएगा ।

Thus my days are past

In contradiction; with no skill to part

Vague longing, haply bred by want of power,

From paramount impulse not to be withstood,

A timorous capacity from prudence,

From circumspection, infinite delay.

Wordsworth कहते है कि इस तरह से उनके दिन विरोधाभास में बीतने लगे । उनके अपने ही विचार आपस में टकराने लगे और वह बहुत व्याकुल हो गया । वह कहता है कि उसके मन के अंदर एक अजीब तरह का तड़प जाग उठा । और यह तड़प मनोबल के कम हाने की वजह से जाग उठा । वह इस तड़प का स्रोत को उजागर करना चाहता है । वह कहता है कि उसका मन के तड़प का स्रोत सर्वोपरि आवेग है । दूसरी पैराग्राफ में जब वह एक वृक्ष के नीचे बैठा हुआ था तब उसके मन को गरिमामय कुछ करने का आश्वासन मिला था । ये वही आवेग था जहां से उसके तड़प ने जन्म लिया था । फिर वह कहता है कि उसका हमेशा सावधानी बरतने का नतीजा है कि उसके अंदर वह तड़प ने जन्म लिया था । वह सर्वोपरि आगे को एक भयंकर छमता बताता है ।

Humility and modest awe themselves

Betray me, serving often for a cloak

To a more subtle selfishness; that now

Locks every function up in blank reserve,

Now dupes me, trusting to an anxious eye

That with intrusive restlessness beats off

Simplicity and self-presented truth.

सर्वोपरि आवेग के भयंकर छमता का ही नतीजा था कि उसके मन में एक विनम्र भय ने जन्म लिया था । यह डर अब उसको सताने लगता हैं। यह डर उससे धोखा करने लगा है । वह कहता है कि डर उसके पूरे शरीर पर एक पोषक या लबादा की तरह ऊपर से नीचे की ओर फैला हुआ है और उसे ऐसी परिस्थिति में डाल देता है कि वह अपने कार्यों को ठीक ढंग से कर पाने में विफल हो जाता हैं।अर्थात दूसरे शब्दों में कह सकते है कि डर का प्रकोप कुछ इस तरह से हॉबी हो गया है कि उसके हर काम में बाधा बन रहा है । वह कहता है कि उसका मन का डर इतना स्वार्थी है कि वह wordsworth के सभी कामों को एक लॉक अप में बंद कर देता है ।फिर वह कहता है कि उसका मन का डर उसे फिर से धोखा देता है और उसको किसी भी चिंतित आंखों पर भरोसा करने के लिए मजबूर कर देता है । उसका मन का डर उसे इतना बेचैन कर देता है कि उसके चेहरे से सादगी और सच्चाई मानो जैसे गायब ही हो जाता है ।

Ah! better far than this, to stray about

Voluptuously through fields and rural walks,

And ask no record of the hours, resigned

To vacant musing, unreproved neglect

Of all things, and deliberate holiday.

वर्ड्सवर्थ कहते है कि इससे तो कहीं ज्यादा अच्छा होता की वह गांव की गलियों और खेतों में विलासितापूर्ण या कामुकता पूर्वक भटकता रहता , बिना समय की प्रवाह किए वह सभी चिंताओं को त्याग देता और हर एक चीज को नजर अंदाज करते हुए जान बूझकर छुट्टी मनाने चला जाता ।

Far better never to have heard the name

Of zeal and just ambition, than to live

Baffled and plagued by a mind that every hour

Turns recreant to her task; takes heart again,

Then feels immediately some hollow thought

Hang like an interdict upon her hopes.

Wordsworth कहते है कि उसका मन डर से इतना त्रस्त और परेशान हो जाता है कि अपने हि काम का दुश्मन बन जाता है । फिर कुछ समय के बाद ठीक हो जाता है । उसके बाद फिर खोखली विचारों को अनुभव करने लगता है और अपने उम्मीदों पर बाधा बनकर बैठा रहता है । वह कहता है कि इससे तो कहीं ज्यादा अच्छा होता की उसने कभी उत्साह और उद्देश्य का नाम ही नहीं सुना होता ।

This is my lot; for either still I find

Some imperfection in the chosen theme,

Or see of absolute accomplishment

Much wanting, so much wanting, in myself,

That I recoil and droop, and seek repose

In listlessness from vain perplexity,

Unprofitably travelling toward the grave,

Like a false steward who hath much received

And renders nothing back.

Wordsworth कहते है कि यही उनका भाग्य है और एक कवि को ऐसे दौर से गुजरना ही पड़ता हैं। वह कहता है उसने जिन विषयों का चुनाव किया था उसमें उन्हें या तो अपूर्णता नजर आती है या फिर वे उन विषयों में उस पूर्ण उपलब्धि को देखते है जिसको पाने के लिए उसे और भी बहुत दूर तक जाना पड़ेगा । यह सोच कर वह बहुत निराश हो जाता है और पीछे हटने लगते है । वह अब उलझा हुआ है और व्यर्थ के उलझन से बाहर निकलकर थोड़ी आराम करना चाहता है इसीलिए वह व्यर्थ कब्र की ओर जाकर भटकना शुरू कर देता है जिससे उसे कुछ लाभ होने वाला नहीं है । वह कहता है कि जिस तरह से एक झूठा स्टीवार्ड जहाज या किसी ट्रेन में यात्रियों को सुविधा देने के उद्देश्यों से उनसे बहुत कुछ ले तो लेता हैं लेकिन वापस उसे कुछ देता नहीं । ठीक उसी तरह से कब्र में भटकने से उसे कुछ हासिल होने वाला नहीं है।

Was it for this