William Wordsworth The Prelude eighth paragraph explanation in hindi

नमस्कार दोस्तों ! इस ब्लॉग में आप सबका स्वागत है । आज इस लेख में मैं william wordsworth के द्वारा लिखी गई the prelude के आठवीं अनुच्छेद की व्याख्या हिंदी में लिखने जा रहा हूं । उम्मीद है कि आप सबको पसंद आएगी । दोस्तों अब तक हमलोगों ने जाना कि wordsworth की मन की विकाश एक ऐसी जगह आ पहुंचा है जहां पर वे लिखने के लिए पूरी तरह से तैयार है । वे अभी परिपक्व अवस्था में है और बचपन के दिनों को याद करके लिख रहे है । पिछले अनुच्छेद में उन्होंने बताया था कि उनका जन्म घाटी में हुआ था और उस समय लोगों का मानना था कि घाटी की सुंदरता और घाटी का डर बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकाश के लिए बहुत जरूरी होता है । और इसीलिए लोग बच्चों को स्वतंत्र रूप से घाटी में खेलने कूदने के लिए छोड़ दिया करते थे । Wordsworth भी जब छोटा था तब सुंदरता के द्वारा और डर के द्वारा सामान रूप से उसका पालन पोषण हुआ और इस तरह से वे बड़े हुए । पिछले अनुच्छेद में wordsworth ने घाटी की सुंदरता की सुंदर एहसास को साझा किया था जबकि इस अनुच्छेद में वे बताना चाहते है कि किस तरह से उसका सामना डर से हुआ और उसके मन की क्या स्थिति थी जब उन्होंने डर को महसूस क्या था ।

प्रेम चंद रविदास

7/27/20251 min read

Nor less when spring had warmed the cultured Vale,
Moved we as plunderers where the mother-bird
Had in high places built her lodge;

Wordsworth इस पंक्ति में कहना चाहते है कि बसंत ऋतु ने सुसंस्कृत घाटी को गर्म कर दिया था । अर्थात वे कहना चाहते है कि बसंत ऋतु का आगमन घाटी में हो चुका था और घाटी में गर्मी बढ़ चुकी थी । उस समय वे लुटेरों की तरह आगे बढ़ रहे थे । अर्थात वे कहना चाहते है कि वे अपने दोस्तों के साथ लुटेरों की तरह कुछ चुराने के उद्देश्य से आगे बढ़ रहे थे । वे आगे कहते है कि वे पहाड़ों के उस ऊंचाई पर थे जहां माता पक्षी ने अपना घोंसला बनाया था ।

though mean
Our object and inglorious, yet the end
Was not ignoble

Wordsworth कहते हैं कि उन लोगों का इरादा नेक नहीं था अर्थात वे एक गलत उद्देश्यों से आगे बढ़ रहे थे लेकिन अंत बहुत भयानक होता है । अर्थात वे कहना चाहते है कि उनका मकसद तो लज्जाजनक था लेकिन अंत में जो हुआ वह बिल्कुल शर्मशार नहीं था ।

Oh! when I have hung
Above the raven's nest, by knots of grass
And half-inch fissures in the slippery rock
​But ill sustained, and almost (so it seemed)
Suspended by the blast that blew amain,

वे आगे कहते है कि जब वे काले कौए के घोंसले के ऊपर एक घास की गांठ को पकड़े हुए लटके हुए थे और फिसलाऊ चट्टान में आधे इंच का दरार जो ठीक तरह से संतुलित नहीं था विस्फोट से अलग हो गया । अर्थात वे कहना चाहते है कि जब वे काले कौए के घोंसले से कुछ चुराने की कोशिश कर रहे थे तो वे चट्टानों से लगी घास की गांठ को पकड़ कर चुराने की कोशिश कर रहे थे और इतने में वे लटक जाते है और नीचे गहरी खाई थी । जिस चट्टान से घास की गांठ लगी हुई थी वह चट्टान फिसलाऊ था और उसमें आधे इंच की दरार पड़ चुकी थी । वे लटके हुए अवस्था में देखते है कि एक विस्फोट होता है और दरार से चट्टान अलग हो जाता है । उसके बाद जो होता है नीचे के पंक्ति में देखिए ।


Shouldering the naked crag, oh, at that time
While on the perilous ridge I hung alone,
With what strange utterance did the loud dry wind
Blow through my ear! the sky seemed not a sky
Of earth—and with what motion moved the clouds!

Wordsworth कहते है कि जब विस्फोट होता हैं तो खड़ी चट्टान का एक टुकड़ा उसके कंधों के ऊपर आ जाता है और जब वह उस भयंकर चोटी पर अकेला लटका हुआ था तब उसके कानो से होकर एक तेज शुष्क हवा एक अद्भुत आवाज उत्पन्न करती हुई गुजरती है ।अर्थात वे कहना चाहते है कि डर से उसके मन की स्थिति कुछ ऐसी है कि वे तेज शुष्क हवा से निकलती हुई ध्वनि उसे समझ नहीं आती है । फिर वे कहते है कि जब वे अकेले उस चट्टान से लटक रहे थे तब उसे आसमान आसमान की तरह नहीं लग रहा था बल्कि कुछ और ही लग रहा था । फिर वे कहते है आसमानों में बदलो की जो गति थी वह भी बिल्कुल अजीब थी और बदलो की गति wordsworth बिल्कुल समझ नहीं पा रहे थे ।

तो दोस्तों उम्मीद है कि आपको यह अनुच्छेद समझ में आया होगा । और भी आगे की व्याख्या के लिए www.articleandstories.in पर आते रहिए ।