जब.....तब

जब लगे की तुम भीड़ में

अपने आप को ढूंढ रहे हो।

जब लगे की तुम अपने आप को

जानने की कोशिश कर रहे हो।

जब लगे की तुझमें

कुछ खास बात है।

जब लगे तुमने खुली आंखों से

सपना देखना सुरु कर दिया हो।

जब लगे की कड़ी मेहनत के बाउजुद भी

तुम्हें थकान महसूस नहीं होती।

जब लगे की मंजिल दूर होने के बाउजुद

भी मन में उम्मीद का दिया नही बुझती।

जब लगे की कोशिश तुम्हारी

हदे पर कर रही हो।

जब लगे की दुनिया की हर गम

सहने की ताकत तुममें आ गई हो।

जब लगे की तुम्हारा इरादा नेक

और हौसला बुलंद हो।

जब लगे की लोग तुम पर

ध्यान नहीं दे रहे हो ।

जब लगे की लोग

तुम पर हंस रहे हो।

जब लगे की तुम खुद

को बहुत अकेला महसूस कर रहे हो ।

जब लगे की मुसीबत चारो तरफ से

तुम्हे घेर चुकी हो।

जब लगे की लोग

तुमसे लड़ रहे हो।

जब लगे की अब

कुछ नही हो सकता।

जब लगे की अब

सब कुछ खत्म हो गया हो ।

तब तुम समझ जाना

ये तुम्हारी इम्तिहान की अंतिम घड़ी है।

तब तुम समझ जाना की

तुम्हारे जीवन में नया सबेरा होने वाला है।

तब समझ जाना की

तुम्हारा जीत निश्चित है।

तब समझ जाना की

जवाब देने का समय आ गया है।

तब समझ जाना की

सच्चाई जितने वाली है।

तब समझ जाना की

तुम मंजिल के बहुत करीब हो।

बस एक बात याद रखना।

कभी हिम्मत मत हारना ।

कभी हिम्मत मत हारना।

।। । । । । ।। की । । । । । । । भी।। है।।। भी

कविता(जब ........तब)

जब ...........तब जब लगे की तुम भीड़ में भी अपने आप को ढूंढ रहे हो। जब लगे की तुम अपने आप को जानने की कोशिश कर रहे हो। जब लगे की तुझमें कुछ खास बात है। जब लगे तुमने खुली आंखों से सपना देखना सुरु कर दिया हो। जब लगे की कड़ी मेहनत के बाउजुद भी तुम्हे थकान महसूस नहीं होती। जब लगे की मंजिल दूर होने के बाउजुद भी मन में उम्मीद का दिया नही बुझती। जब लगे की कोशिश तुम्हारी हदे पर कर रही हो। जब लगे की दुनिया की हर गाम सहने की ताकत तुममें आ गई हो। जब लगे की तुम्हारा इरादा नेक और हौसला बुलंद हो। जब लगे की लोग तुम पर ध्यान नहीं दे रहे हो । जब लगे की लोग तुम पर हंस रहे हो। जब लगे की तुम खुद को बहुत अकेला महसूस कर रहे हो । जब लगे की मुसीबत चारो तरफ से तुम्हे घेर चुकी हो । जब लगे की लोग तुमसे लड़ रहे हो। जब लगे की अब कुछ नही हो सकता। जब लगे की अब सब कुछ खत्म हो गया हो । तब तुम समझ जाना की ये तुम्हारी इम्तिहान की अंतिम घड़ी है। तब तुम समझ जाना की तुम्हारे जीवन में नया सबेरा होने वाला है। तब समझ जाना की तुम्हारा जीत निश्चित है । तब समझ जाना की जवाब देने का समय आ गया है। तब समझ जाना की सच्चाई जितने वाली है। तब समझ जाना की तुम मंजिल के बहुत करीब हो। बस एक बात याद रखना कभी हिम्मत मत हारना । कभी हिम्मत मत हारना। <script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-2311119752115696" crossorigin="anonymous"></script>

प्रेम चंद रविदास

4/14/20231 min read